Ministry of Electronics & IT Launches ANAB-Accredited AI Security Certification Program (CSPAI)
On 23rd September 2024, the Indian Computer Emergency Response Team (CERT-In), under the Ministry of Electronics and Information Technology (MeitY), in collaboration with SISA, a global leader in cybersecurity, launched the Certified Security Professional for Artificial Intelligence (CSPAI) program. This initiative marks a major milestone as it is India’s first ANAB-accredited AI security certification. The program is designed to equip cybersecurity professionals with the skills needed to integrate Artificial Intelligence (AI) securely into business environments.
Key Highlights of the Certified Security Professional for Artificial Intelligence CSPAI Program
The CSPAI certification is a Public-Private Partnership (PPP) between CERT-In and SISA, aimed at addressing the rising concerns of AI-related cybersecurity threats. AI is rapidly transforming industries, and while it brings numerous advantages, it also opens up new vulnerabilities. The CSPAI program addresses these challenges by training security professionals to safeguard AI systems, making them secure, trustworthy, and compliant with international standards.
At the launch event held at SISA’s headquarters in Bengaluru, Dr. Sanjay Bahl, Director General of CERT-In, highlighted the significance of the certification, stating, “The CSPAI program empowers professionals with comprehensive expertise in understanding AI systems and prepares them to counter new threats in the ever-evolving landscape of cybersecurity. This ANAB-accredited certification is a crucial step toward fostering secure AI integration.”
Mr. Dharshan Shanthamurthy, Founder and CEO of SISA, further emphasized that the CSPAI program complements SISA’s Cyber Nalanda initiative, which is aimed at building a more secure digital future. He stated, “Our goal is to equip professionals with the necessary tools to protect AI systems. Certified professionals from the CSPAI program will not only enhance organizational security but also help build trust with customers and stakeholders.”
The Future of AI in Cybersecurity
As AI continues to be integrated into various business functions, the CSPAI certification stands as a benchmark for developing AI-driven security protocols. With Renju Verghese, VP of Forensics and R&D at SISA, delivering an in-depth presentation at the launch, the program’s unique features were discussed, showcasing advanced strategies to protect AI systems.
The CSPAI program is poised to open up new career opportunities for cybersecurity professionals, as AI-related job roles become increasingly relevant. By focusing on AI security, organizations will be better equipped to handle emerging cyber threats, thereby ensuring a safer digital landscape.
About CERT-In
CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) is the national agency responsible for handling cybersecurity incidents in India. Operating under MeitY, CERT-In offers 24×7 support to address and prevent cybersecurity incidents. It provides services such as Incident Prevention, Response, and Security Quality Management across the country.
About SISA
SISA is a global cybersecurity firm specializing in forensic-driven solutions, particularly in the digital payments sector. With a problem-first approach, SISA serves over 2,000 clients across 40 countries, helping businesses enhance their cybersecurity strategies through forensic intelligence and cutting-edge technologies.
Conclusion
The CSPAI certification program is a groundbreaking initiative that will play a crucial role in fortifying the AI security landscape in India and globally. This first-of-its-kind AI security certification ensures that professionals are prepared to address the complexities of AI-driven cyber threats, making businesses more secure and fostering trust in digital systems. Through this program, India takes a major step forward in establishing itself as a leader in AI security and cybersecurity innovation.
सीईआरटी-आइएन और एसआईएसए ने एआई सुरक्षा के लिए पहला एएनएबी-मान्यता प्राप्त सीएसपीएआई कार्यक्रम (Certified Security Professional for Artificial Intelligence, CSPAI) शुरू किया
23 सितंबर 2024 को भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (सीईआरटी-आइएन) और साइबर सुरक्षा में अग्रणी कंपनी एसआईएसए ने संयुक्त रूप से प्रमाणित सुरक्षा पेशेवर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (सीएसपीएआई) कार्यक्रम की शुरुआत की। यह अपनी तरह का पहला एएनएबी-मान्यता प्राप्त एआई सुरक्षा प्रमाणन है, जो सुरक्षा पेशेवरों को व्यावसायिक अनुप्रयोगों में एआई को सुरक्षित रूप से एकीकृत करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करता है।
सीएसपीएआई कार्यक्रम (Certified Security Professional for Artificial Intelligence, CSPAI)की मुख्य विशेषताएँ
सीएसपीएआई कार्यक्रम, सीईआरटी-आइएन और एसआईएसए के बीच एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) पहल है। यह कार्यक्रम उन सुरक्षा पेशेवरों को प्रशिक्षित करता है जो एआई से उत्पन्न होने वाले खतरों से निपटने के लिए तैयार हैं। जैसे-जैसे एआई का उपयोग बढ़ता जा रहा है, इसके साथ नए साइबर खतरों का सामना करना भी आवश्यक हो गया है। इस प्रमाणन के माध्यम से पेशेवर न केवल एआई प्रणालियों को सुरक्षित करेंगे बल्कि उन्हें वैश्विक मानकों के अनुरूप भी बनाएंगे।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ बेंगलुरु स्थित एसआईएसए मुख्यालय में किया गया, जहाँ सीईआरटी-आइएन के महानिदेशक डॉ. संजय बहल और एसआईएसए के संस्थापक और सीईओ श्री दर्शन शांतमूर्ति ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। डॉ. संजय बहल ने इस अवसर पर कहा, “सीएसपीएआई कार्यक्रम पेशेवरों को एआई प्रणालियों की गहन समझ और उभरते खतरों से निपटने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह पाठ्यक्रम एआई के सुरक्षा पहलुओं को कवर करता है और साइबर सुरक्षा की बदलती दुनिया के लिए आवश्यक है।”
श्री दर्शन शांतमूर्ति, एसआईएसए के सीईओ, ने सीएसपीएआई को एसआईएसए की साइबर नालंदा पहल का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम साइबर सुरक्षा के सबसे गंभीर मुद्दों से निपटने के लिए पेशेवरों को सशक्त बनाता है, और एआई सिस्टम की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।”
सीएसपीएआई कार्यक्रम (Certified Security Professional for Artificial Intelligence, CSPAI)का महत्व
जैसे-जैसे एआई का उपयोग बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे नए साइबर खतरों का भी सामना करना पड़ रहा है। सीएसपीएआई प्रमाणन उन पेशेवरों को प्रशिक्षित करेगा जो इन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार होंगे। इस कार्यक्रम से न केवल एआई सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
रेन्जू वर्गीस, एसआईएसए के फोरेंसिक और आरएंडडी के उपाध्यक्ष, ने इस कार्यक्रम पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी और इसके सुरक्षा पहलुओं पर प्रकाश डाला।
सीईआरटी-आइएन और एसआईएसए का परिचय
सीईआरटी-आइएन भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत कार्य करता है और साइबर सुरक्षा घटनाओं से निपटने के लिए जिम्मेदार है। यह 24×7 हेल्प डेस्क के माध्यम से साइबर खतरों की रोकथाम और गुणवत्ता प्रबंधन सेवाएँ प्रदान करता है।
एसआईएसए एक वैश्विक साइबर सुरक्षा कंपनी है जो 40 से अधिक देशों में 2,000+ ग्राहकों को फोरेंसिक इंटेलिजेंस और उन्नत तकनीक का उपयोग करके सुरक्षित करती है।
निष्कर्ष
सीएसपीएआई कार्यक्रम एआई सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रमाणन न केवल पेशेवरों को एआई से जुड़े खतरों से निपटने के लिए तैयार करेगा, बल्कि संगठनों को सुरक्षित और विश्वसनीय एआई प्रणालियों को लागू करने में भी मदद करेगा। एएनएबी-मान्यता प्राप्त सीएसपीएआई कार्यक्रम भारत को एआई सुरक्षा में वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी देश बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी।