National Medical Register Portal : A significant initiative

National Medical Register
National Medical Register Portal inauguration




Union Minister Shri J P Nadda Launches National Medical Register Portal

Table of Contents

A Milestone in India’s Digital Healthcare Ecosystem

New Delhi, 23 August 2024: The Union Minister for Health & Family Welfare, Shri Jagat Prakash Nadda, inaugurated the National Medical Register (NMR) Portal under the National Medical Commission (NMC). The launch event took place in the presence of the Union Ministers of State (MoS) for Health & Family Welfare, Smt. Anupriya Patel, and Shri Prataprao Jadhav, who participated virtually.

Introduction of the National Medical Register

The National Medical Register, a significant initiative mandated by the NMC Act, 2019, under Section 31, aims to establish a comprehensive, dynamic database for all allopathic (MBBS) registered doctors in India. The Ethics & Medical Registration Board (EMRB) of the NMC is tasked with maintaining this register in electronic form, which will include the name, address, and recognized qualifications of all licensed medical practitioners.

The NMR stands out for its integration with the Aadhaar ID, ensuring the authenticity of each registered doctor. This feature strengthens the credibility of the register, making it a cornerstone of India’s digital healthcare ecosystem.

Strengthening the Digital Healthcare Ecosystem

During the launch, Shri J P Nadda emphasized the importance of the NMR in the context of Prime Minister Narendra Modi’s vision to create a digitally robust India. He noted, “The National Medical Register is a much-awaited step towards enhancing the digital healthcare ecosystem. It will ensure that quality healthcare is delivered to the people of India.”

Shri Nadda also acknowledged the efforts of the NMC and the National Health Authority (NHA) in bringing this initiative to fruition. He stated that the NMR will be continuously upgraded and improved to streamline the registration process for doctors across the country.

Role of State Medical Councils in NMR Implementation

Shri Nadda highlighted the critical role of the State Medical Councils (SMCs) in the development and maintenance of the National Medical Register. He urged SMCs to actively participate and expedite the registration process, stressing that their efforts will be pivotal in the success of the NMR.

He further announced plans to extend a similar registration system to paramedics and other healthcare professionals, reflecting the government’s commitment to building a comprehensive digital health ecosystem.

Smt. Anupriya Patel on the Importance of NMR

Smt. Anupriya Patel, Union MoS for Health & Family Welfare, underscored the long-felt need for the National Medical Register. She explained, “The NMR is vital as it consolidates authentic data on doctors across the country, which was previously scattered and outdated. This authentic and up-to-date information will play a crucial role in building a massive digital health ecosystem.”

She also pointed out that the streamlined registration process would ensure the maintenance of accurate data, which is essential for the integrity of India’s healthcare system.

Shri Prataprao Jadhav on Transparency and Quality in Healthcare

Shri Prataprao Jadhav, Union MoS for Health & Family Welfare, praised the NMR portal for its potential to provide dynamic, authentic, and consolidated data on medical professionals in India. He emphasized that the easy and efficient registration process would lead to greater transparency and improve the quality of medical services, thereby enhancing public trust in the healthcare system.

He reaffirmed the government’s commitment to the vision of “Reform, Perform, and Transform,” stating that the launch of the NMR is a significant step towards achieving quality healthcare for all.

Union Health Secretary on the Impact of NMR

Union Health Secretary Shri Apurva Chandra highlighted the gap in comprehensive data on medical professionals prior to the NMR’s launch. He noted that the NMR will provide detailed information on over 13 lakh doctors, including those who have left the country, lost their license to practice, or passed away. He also mentioned that the NMR will be integrated into the Healthcare Professional Registry under the Ayushman Bharat Digital Mission, encompassing all details of medical professionals.

Participation of Key Officials and Future Developments

The event was attended by several senior officials, including Dr. B.N. Gangadhar, Chairman of the National Medical Commission; Smt. L.S. Changsan, Additional Secretary and CEO of the National Health Authority; Dr. B. Srinivas, DDG (ME) & Secretary of the National Medical Commission; and Smt. V. Hekali Zhimomi, Additional Secretary, MoHFW, among others. Representatives from State Medical Councils also joined the event virtually.

Looking ahead, the NHA will support the ongoing development of the NMR, including the release of enhanced versions of the portal with features like direct software integration, continuing medical education, and credit points.

Registration Process for MBBS Doctors

All MBBS doctors currently registered with the Indian Medical Register (IMR) are required to re-register on the NMR portal. The process involves submitting digital copies of the MBBS degree certificate, the State Medical Council/Medical Council of India registration certificate, and Aadhaar number. The application is then verified by the relevant State Medical Council and forwarded to the NMC for final approval, after which a unique NMR ID is issued.The link for the registration in NMR is  https://nmr-nmc.abdm.gov.in/nmr/v3/

Conclusion

The launch of the National Medical Register marks a transformative step in India’s healthcare landscape. By consolidating data on medical professionals and integrating it into the broader digital healthcare ecosystem, the NMR will play a critical role in ensuring the delivery of quality healthcare to all citizens.

PIB





नेशनल मेडिकल रजिस्टर पोर्टल का शुभारंभ

नेशनल मेडिकल रजिस्टर (NMR) पोर्टल देश के डिजिटल स्वास्थ्य तंत्र में एक महत्वपूर्ण कदम

नई दिल्ली, 23 अगस्त 2024: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने नेशनल मेडिकल रजिस्टर (NMR) पोर्टल का उद्घाटन किया, जो राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) के तहत है। यह कार्यक्रम केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री (MoS) श्रीमती अनुप्रिया पटेल और श्री प्रतापराव जाधव की उपस्थिति में आयोजित किया गया, जिनकी उपस्थिति वर्चुअल माध्यम से हुई।

नेशनल मेडिकल रजिस्टर का परिचय

नेशनल मेडिकल रजिस्टर, जो NMC अधिनियम 2019 की धारा 31 के तहत अनिवार्य है, का उद्देश्य भारत में सभी एलोपैथिक (एमबीबीएस) पंजीकृत डॉक्टरों के लिए एक व्यापक, गतिशील डेटाबेस स्थापित करना है। NMC के एथिक्स एंड मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड (EMRB) को इस रजिस्टर को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बनाए रखने का कार्य सौंपा गया है, जिसमें सभी लाइसेंस प्राप्त मेडिकल प्रैक्टिशनर्स का नाम, पता और मान्यता प्राप्त योग्यताओं को शामिल किया जाएगा।

NMR की विशेषता यह है कि यह आधार आईडी के साथ जुड़ा हुआ है, जो प्रत्येक पंजीकृत डॉक्टर की प्रामाणिकता सुनिश्चित करता है। यह विशेषता रजिस्टर की विश्वसनीयता को बढ़ाती है, जिससे यह भारत के डिजिटल स्वास्थ्य तंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन जाता है।

डिजिटल स्वास्थ्य तंत्र को सशक्त बनाना

शुभारंभ के दौरान, श्री जे.पी. नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल रूप से सशक्त भारत के दृष्टिकोण के संदर्भ में NMR के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “नेशनल मेडिकल रजिस्टर डिजिटल स्वास्थ्य तंत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बहुप्रतीक्षित कदम है। यह सुनिश्चित करेगा कि भारत के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा सके।”

श्री नड्डा ने NMC और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के प्रयासों की सराहना की और कहा कि NMR को डॉक्टरों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए निरंतर अपग्रेड और सुधार किया जाएगा।

NMR के कार्यान्वयन में राज्य चिकित्सा परिषदों की भूमिका

श्री नड्डा ने नेशनल मेडिकल रजिस्टर के विकास और रखरखाव में राज्य चिकित्सा परिषदों (SMCs) की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने SMCs से सक्रिय भागीदारी करने और पंजीकरण प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया, यह कहते हुए कि उनकी प्रामाणिकता और गति इस प्रक्रिया की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगी।

उन्होंने पैरामेडिक्स और अन्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के लिए एक समान पंजीकरण प्रणाली की योजना की भी घोषणा की, जो सरकार की व्यापक डिजिटल स्वास्थ्य तंत्र बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

NMR के महत्व पर श्रीमती अनुप्रिया पटेल का बयान

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने नेशनल मेडिकल रजिस्टर की लंबे समय से चली आ रही आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया, “NMR महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश भर के डॉक्टरों के प्रामाणिक डेटा को एकत्रित करता है, जो पहले बिखरा हुआ और पुराना था। यह प्रामाणिक और अद्यतित जानकारी भारत के स्वास्थ्य तंत्र की अखंडता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”

उन्होंने यह भी बताया कि सुव्यवस्थित पंजीकरण प्रक्रिया सटीक डेटा के रखरखाव को सुनिश्चित करेगी, जो भारत के स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की अखंडता के लिए आवश्यक है।

स्वास्थ्य सेवा में पारदर्शिता और गुणवत्ता पर श्री प्रतापराव जाधव का बयान

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने NMR पोर्टल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह भारत में चिकित्सा पेशेवरों पर गतिशील, प्रामाणिक और समेकित डेटा प्रदान करने में सक्षम होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि आसान और कुशल पंजीकरण प्रक्रिया से पारदर्शिता बढ़ेगी और चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में जनता का विश्वास बढ़ेगा।

उन्होंने “सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन” के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के तहत सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि NMR का शुभारंभ सभी नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

NMR के प्रभाव पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव का बयान

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री अपूर्व चंद्र ने NMR की शुरुआत से पहले चिकित्सा पेशेवरों पर व्यापक डेटा की कमी को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि NMR 13 लाख से अधिक डॉक्टरों के विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा, जिसमें वे डॉक्टर भी शामिल हैं जिन्होंने देश छोड़ दिया है, जिनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है, या जो निधन हो चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि NMR आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत हेल्थकेयर प्रोफेशनल रजिस्ट्री का हिस्सा होगा, जिसमें सभी चिकित्सा पेशेवरों के विवरण शामिल होंगे।

प्रमुख अधिकारियों की भागीदारी और भविष्य के विकास

इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिनमें राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के अध्यक्ष डॉ. बी.एन. गंगाधर, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की अतिरिक्त सचिव और सीईओ श्रीमती एल.एस. चांगसान, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के सचिव डॉ. बी. श्रीनिवास, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। राज्य चिकित्सा परिषदों के प्रतिनिधि भी वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए।

आगे देखते हुए, NHA पोर्टल के भविष्य में और उन्नत संस्करणों के साथ NMR के विकास का समर्थन करेगा, जिसमें सीधे सॉफ्टवेयर एकीकरण, सतत चिकित्सा शिक्षा, और क्रेडिट पॉइंट जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।

एमबीबीएस डॉक्टरों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया

वर्तमान में भारतीय चिकित्सा रजिस्टर (IMR) में पंजीकृत सभी एमबीबीएस डॉक्टरों को NMR पोर्टल पर पुनः पंजीकरण करना होगा। इस प्रक्रिया में एमबीबीएस डिग्री प्रमाणपत्र, राज्य चिकित्सा परिषद/भारतीय चिकित्सा परिषद का पंजीकरण प्रमाणपत्र, और आधार संख्या की डिजिटल प्रतियां जमा करना शामिल है। आवेदन को संबंधित राज्य चिकित्सा परिषद द्वारा सत्यापित किया जाएगा और अंतिम स्वीकृति के लिए NMC को अग्रेषित किया जाएगा, जिसके बाद एक अद्वितीय NMR आईडी जारी की जाएगी।एनएमआर में पंजीकरण के लिए लिंक https://nmr-nmc.abdm.gov.in/nmr/v3/ है।

निष्कर्ष

नेशनल मेडिकल रजिस्टर का शुभारंभ भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी कदम है। चिकित्सा पेशेवरों पर डेटा को समेकित करके और इसे व्यापक डिजिटल स्वास्थ्य तंत्र में एकीकृत करके, NMR सभी नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।







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