Launch of the new Notary Portal by the Ministry of Law and Justice
The Ministry of Law and Justice has taken a significant step towards enhancing the efficiency and transparency of the notary system in India by launching the new Notary Portal. This digital initiative was inaugurated on September 3, 2024, by Shri Arjun Ram Meghwal, Hon’ble Minister of State, Ministry of Law & Justice (Independent Charge), in a function organized by the Department of Law & Justice in New Delhi.
Key features and benefits of the Notary Portal
The Notary Portal (https://notary.gov.in) is designed to provide a seamless online interface between notaries and the government, enabling the digitization of various processes such as:
- Application Submission: Aspiring notaries can submit their applications for appointment online, eliminating the need for physical paperwork.
- Issuance and Renewal of Certificates: Notaries can now receive and renew their Certificates of Practice digitally, streamlining the process significantly.
- Change of Practice Area: The portal facilitates easy submission of requests for changes in the practice area.
- Annual Returns Submission: Notaries can submit their annual returns through the portal, ensuring compliance with legal requirements.
One of the most groundbreaking features of this portal is its integration with DigiLocker, allowing notaries to download their digitally signed Certificates of Practice directly. This feature marks a move towards a paperless and faceless system, aligning with the Government of India’s Digital India initiative.
The inaugural event
During the launch event, Shri Arjun Ram Meghwal emphasized the importance of this initiative in creating an efficient, paperless system that would benefit both notaries and the public. He highlighted that the portal’s user-friendly design would ensure ease of use, especially when all intended features are fully activated.
The first Certificate of Notary Practice was digitally issued to Shri Bhura Ram, a resident of Bikaner, Rajasthan, marking the portal’s operational commencement.
Future prospects
Dr. Rajiv Mani, Law Secretary, elaborated on the salient features of the new portal, noting that it would not only accelerate the selection and appointment process of notaries but also create a digital storage facility for all notary-related records. The portal is designed with multiple modules, which will be rolled out in phases. The first phase includes the issuance of Certificates of Practice to provisionally selected notaries. Future phases will introduce modules for certificate renewal and annual return submission.
This digital transformation is expected to enhance the administration of the Notary Act, benefiting citizens across the country.
विधि एवं न्याय मंत्रालय द्वारा नया नोटरी पोर्टल लॉन्च
विधि एवं न्याय मंत्रालय ने भारत में नोटरी प्रणाली की दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए नया नोटरी पोर्टल लॉन्च किया है। इस डिजिटल पहल का उद्घाटन 3 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में विधि एवं न्याय विभाग द्वारा आयोजित एक समारोह में माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल (स्वतंत्र प्रभार) द्वारा किया गया।
नोटरी पोर्टल की प्रमुख विशेषताएँ और लाभ
नोटरी पोर्टल (https://notary.gov.in) को नोटरियों और सरकार के बीच एक सहज ऑनलाइन इंटरफेस प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे विभिन्न प्रक्रियाओं का डिजिटलीकरण संभव हो सके, जैसे:
- आवेदन जमा करना: इच्छुक नोटरी अपने आवेदन ऑनलाइन जमा कर सकते हैं, जिससे भौतिक कागजी कार्यवाही की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
- प्रमाणपत्र जारी करना और नवीनीकरण: नोटरी अब अपने अभ्यास प्रमाणपत्र को डिजिटल रूप से प्राप्त और नवीनीकृत कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया में काफी सुधार होगा।
- अभ्यास क्षेत्र में परिवर्तन: पोर्टल अभ्यास क्षेत्र में परिवर्तन के अनुरोधों को आसानी से जमा करने की सुविधा प्रदान करता है।
- वार्षिक रिटर्न जमा करना: नोटरी पोर्टल के माध्यम से अपने वार्षिक रिटर्न जमा कर सकते हैं, जिससे कानूनी आवश्यकताओं का पालन सुनिश्चित होता है।
इस पोर्टल की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक इसका डिजिलॉकर के साथ एकीकरण है, जो नोटरियों को उनके डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित अभ्यास प्रमाणपत्र को सीधे डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान करता है। यह फीचर एक कागजरहित और चेहरे रहित प्रणाली की ओर बढ़ते हुए भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल के अनुरूप है।
उद्घाटन समारोह
लॉन्च इवेंट के दौरान, श्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह एक कुशल, कागजरहित प्रणाली बनाने में सहायक होगी जिससे न केवल नोटरी बल्कि जनता को भी लाभ होगा। उन्होंने बताया कि पोर्टल का यूज़र-फ्रेंडली डिज़ाइन सभी इरादों वाली विशेषताओं के पूरी तरह से सक्रिय होने पर उपयोग में सरलता सुनिश्चित करेगा।
नोटरी अभ्यास का पहला प्रमाणपत्र बीकानेर, राजस्थान निवासी श्री भूरा राम को डिजिटल रूप से जारी किया गया, जो पोर्टल की संचालन की शुरुआत का प्रतीक है।
भविष्य की संभावनाएँ
विधि सचिव डॉ. राजीव मणि ने नए पोर्टल की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह न केवल नोटरियों के चयन और नियुक्ति की प्रक्रिया को तेज़ और पारदर्शी बनाएगा, बल्कि सभी नोटरी संबंधित रिकॉर्ड के लिए एक डिजिटल भंडारण सुविधा भी तैयार करेगा। पोर्टल को कई मॉड्यूल के साथ डिज़ाइन किया गया है, जिन्हें चरणों में शुरू किया जाएगा। पहले चरण में अस्थायी रूप से चयनित नोटरियों को अभ्यास प्रमाणपत्र जारी करना शामिल है। भविष्य के चरणों में प्रमाणपत्र के नवीनीकरण और वार्षिक रिटर्न जमा करने के लिए मॉड्यूल शुरू किए जाएंगे।