पर्सीड उल्का वर्षा क्या है?

पर्सीड उल्का वर्षा




पर्सीड उल्का वर्षा

पर्सीड उल्का वर्षा पृथ्वी के धूमकेतु स्विफ्ट-टटल (Swift-Tuttle) द्वारा छोड़े गए मलबे से उत्पन्न होती है। यह धूमकेतु सूर्य के चारों ओर एक दीर्घवृत्तीय पथ में परिक्रमा करता है, जिसे पूरा करने में 133 साल लगते हैं। जब पृथ्वी इस मलबे के बादल से गुजरती है, तो धूमकेतु के छोटे-छोटे टुकड़े हमारी वायुमंडल में प्रवेश करते हैं और घर्षण के कारण जलने लगते हैं, जिससे उल्का वर्षा का अद्भुत दृश्य बनता है।

पर्सीड उल्का वर्षा का इतिहास

पर्सीड उल्का वर्षा का नाम “पर्सियस” (Perseus) नक्षत्र से लिया गया है, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि ये उल्काएं इसी नक्षत्र से निकल रही हैं। इस उल्का वर्षा का पहला प्रलेखित उल्लेख 36 ईसा पूर्व का है। 1862 में, खगोलविदों लुईस स्विफ्ट और होरास टटल ने धूमकेतु स्विफ्ट-टटल की खोज की, और बाद में पता चला कि यही धूमकेतु पर्सीड उल्का वर्षा के लिए जिम्मेदार है।

पर्सीड उल्का वर्षा कैसे देख सकते हैं?

पर्सीड उल्का वर्षा को देखने के लिए विशेष उपकरणों की जरूरत नहीं होती। इसे नंगी आंखों से देखा जा सकता है। सबसे अच्छा समय रात के मध्य से भोर तक होता है, और उत्तरी गोलार्ध में यह उल्का वर्षा विशेष रूप से स्पष्ट दिखाई देती है। हालांकि, देखने की स्थिति मौसम और प्रकाश प्रदूषण पर निर्भर करती है।

क्या पर्सीड उल्का वर्षा से कोई खतरा है?

पर्सीड उल्का वर्षा से पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है। अधिकांश उल्काएं वायुमंडल में प्रवेश करते ही जल जाती हैं। कुछ उल्काएं जो वायुमंडल में अधिक गहराई तक जाती हैं, वे छोटे आग के गोले (Fireballs) उत्पन्न कर सकती हैं, जो देखने में बेहद रोमांचक होते हैं।

  • इस साल की पर्सीड उल्का वर्षा जुलाई के आसपास शुरू हुई और अगस्त के अंत तक जारी रहेगी, लेकिन इसका चरम समय अभी चल रहा है – 11 अगस्त से 13 अगस्त के बीच। यह उल्का वर्षा रात के मध्य से सुबह तक, विशेष रूप से उत्तरी गोलार्ध में, नंगी आंखों से दिखाई देनी चाहिए। हालांकि, स्थानीय मौसम की स्थितियां इसे प्रभावित कर सकती हैं।
  • 1990 के दशक में, स्विफ्ट-टटल धूमकेतु का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने देखा कि 2126 के मध्य में इसके पृथ्वी या चंद्रमा से टकराने की महत्वपूर्ण संभावना थी। यह टकराव शक्तिशाली हो सकता था क्योंकि धूमकेतु 26 किलोमीटर चौड़ा है। सौभाग्य से, जब वैज्ञानिकों ने इस चिंता को ध्यान में रखते हुए अधिक सटीक गणनाएँ कीं, तो उन्होंने पाया कि स्विफ्ट-टटल के टकराव से पृथ्वी कम से कम दो हजार वर्षों तक सुरक्षित है।

पर्सीड उल्का वर्षा एक खगोलीय घटना है जिसे खगोलप्रेमियों और आम लोगों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल है। यदि मौसम अनुकूल है, तो यह उल्का वर्षा एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर सकती है, जिसे देखना एक अविस्मरणीय अनुभव होता है।









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